हजारों साल पहले मिस्र की रानी क्लीओपेट्रा जिस तोरई (Luffa) से बने स्पॉन्ज का इस्तेमाल नहाने के लिए करती थीं, आज वही हल्की-फुल्की सब्जी चीन के लिए स्टील्थ तकनीक (Stealth Technology) के भविष्य का आधार बन गई है। सुनने में यह अविश्वसनीय लगता है, लेकिन चीन के वैज्ञानिक इस प्राकृतिक फाइबर को हाई-टेक रडार सोखने वाली कोटिंग में बदलने की दौड़ में सबसे आगे निकल आए हैं।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और सरकारी एयरोस्पेस समूह Casic ने तोरई में मौजूद प्राकृतिक 3D फाइबर नेटवर्क को स्टील्थ तकनीक में बदलने का तरीका खोजा है। उनका दावा है कि यह कोटिंग किसी भी फाइटर या जासूसी विमान को स्पेस-बेस्ड रडार से लगभग गायब कर सकती है।
से काम करती है यह तोरई टेक्नोलॉजी?
तोरई को स्टील्थ मैटेरियल में बदलने की प्रक्रिया में जटिल नैनो साइंस का इस्तेमाल होता है:
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कार्बन स्ट्रक्चर में बदलाव: सबसे पहले तोरई के प्राकृतिक फाइबर स्पॉन्ज को प्रोसेस करके एक Read more...