भारतीय घरेलू शेयर बाजार के लिहाज से साल 2025 मिला-जुला रहा। पूरे साल निवेशकों को कई बार तेज उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा। कभी वैश्विक संकेतों ने बाजार की चाल बदली तो कभी घरेलू आर्थिक आंकड़ों और कॉरपोरेट नतीजों ने निवेशकों की उम्मीदें बढ़ाईं। साल के आखिरी महीने दिसंबर में निफ्टी 50 ने 26,326 के ऑलटाइम हाई लेवल को छूकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। इसके साथ ही निफ्टी 50 ने पूरे साल में करीब 10.2 फीसदी का रिटर्न दिया, जो अस्थिर माहौल के बावजूद एक संतुलित प्रदर्शन माना जा सकता है।
2025 के दौरान विभिन्न सेक्टर्स में तेजी से बदलाव देखने को मिला। आईटी, बैंकिंग और एफएमसीजी जैसे सेक्टर्स में अलग-अलग समय पर दबाव और मजबूती रही। रुपये में कमजोरी और मजबूती का दौर भी चलता रहा, जिसका सीधा असर आयात-निर्यात आधारित कंपनियों और विदेशी निवेश प्रवाह पर पड़ा। वैश्विक ट्रेड को लेकर अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका-यूरोप की नीतियों का असर भी भारतीय बाजार पर दिखाई दिया। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत न Read more...