भारतीय रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग में हो रहे फर्जीवाड़े और टिकटों की कालाबाजारी पर नकेल कसने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया है। रेलवे ने घोषणा की है कि जनवरी 2025 से अब तक $3.02$ करोड़ से अधिक संदिग्ध यूजर आईडी को बंद कर दिया गया है ताकि असली यात्रियों को आसानी से टिकट मिल सकें।
एंटी-बॉट और OTP वेरिफिकेशन लागू
रेलवे अब तत्काल टिकट बुकिंग को सुरक्षित बनाने के लिए हाई-टेक समाधानों का उपयोग कर रहा है:
-
एंटी-बॉट सिस्टम: तत्काल टिकट बुकिंग में अब एंटी-बॉट सिस्टम लगाया गया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक यात्री ही टिकट बुक कर सकें, और स्वचालित बॉट का उपयोग करके टिकटों की कालाबाजारी न हो सके।
-
आधार आधारित OTP वेरिफिकेशन:
दिखने लगा सकारात्मक असर
सरकारी की ओर से उठाए गए इन सख्त कदमों का सकारात्मक असर भी दिखाई देने लगा है। रिपोर्ट के अनुसार:
-
$96$ लोकप्रिय ट्रेनों में से $95\%$ ट्रेनों में तत्काल टिकट मिलने का समय बढ़ गया है।
-
इसका मतलब है कि अब यात्रियों को पहले से ज्यादा आसानी से कन्फर्म तत्काल टिकट मिल पा रहे हैं, क्योंकि बिचौलिए और फ्रॉड यूजर आईडी बाहर हो गए हैं।
फर्जी वेबसाइट्स से रहें सावधान
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को फर्जीवाड़ा से बचने के लिए लगातार चेतावनी जारी की है:
-
उन ट्रैवल वेबसाइट्स पर भरोसा न करें जो पक्की टिकट मिलने की गारंटी देती हैं।
-
कुछ वेबसाइट्स प्रीमियम सर्विस के नाम पर $3$ गुना रिफंड जैसी आकर्षक स्कीमें दिखाती हैं, लेकिन ऐसे ऑफर्स का इस्तेमाल करते वक्त बेहद सावधानी बरतें, क्योंकि ये ठगी का जरिया हो सकते हैं।
सुरक्षित बुकिंग के लिए निर्देश
यात्रियों को हमेशा सुरक्षित बुकिंग सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित बातों का पालन करना चाहिए:
-
आधिकारिक प्लेटफॉर्म: ट्रेन टिकट बुक करते समय हमेशा IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप का ही इस्तेमाल करें।
-
डाउनलोड स्रोत: ऐप को सिर्फ गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करें।
-
धोखे से बचें: किसी भी दूसरी वेबसाइट या ऐप पर भरोसा न करें, वरना ठगी का शिकार हो सकते हैं।
-
साइबर क्राइम सेल: अगर कभी ऐसा लगे कि आपके साथ धोखा हुआ है, तो तुरंत साइबर क्राइम सेल में शिकायत करें।
ठग अक्सर मैसेज या ईमेल भेजकर सस्ते टिकट का लालच देते हैं और नकली वेबसाइटों के लिंक भेजते हैं। जैसे ही आप इन नकली साइटों पर अपनी व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी डालते हैं, वे आपको ठग लेते हैं। बड़ी कंपनियों के नाम से आने वाले फर्जी मैसेज से भी हमेशा सावधान रहें।