मुंबई, 03 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में 29 मई को मानसून की दस्तक के बाद अब तक उसकी प्रगति नहीं हो सकी है, जिससे यह फिलहाल इन्हीं राज्यों में ठहर गया है। इसके चलते मणिपुर, असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और सिक्किम में लगातार भारी बारिश हो रही है। आज मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत 20 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वोत्तर में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले असम में 22 जिलों के 5.35 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और यहां 11 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य की 15 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे सड़क, रेल और नौका परिवहन प्रभावित हुआ है। राहत और बचाव के लिए कुल 165 शिविरों में 31 हजार से ज्यादा लोगों को शरण दी गई है। उत्तरी सिक्किम में लाचेंग और चुंगथांग कस्बों में भूस्खलन के चलते फंसे 1,678 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया है, जिसमें 36 लोगों को हेलिकॉप्टर की मदद से NDRF ने रेस्क्यू किया। हालांकि अब भी सौ से ज्यादा लोग वहां फंसे हुए हैं। मंगन जिले में बाढ़ को आपदा घोषित किया गया है। 31 मई को जिले के छातेन में एक मिलिट्री कैंप पर लैंडस्लाइड हुआ, जिसमें तीन जवानों की मौत हुई, जबकि छह अभी भी लापता हैं।
देश के अन्य हिस्सों में भी मौसम का कहर देखने को मिल रहा है। बिहार के सीवान जिले में सोमवार को आई तेज आंधी और बारिश के बाद दीवार और पेड़ों के गिरने की घटनाओं में दो महिलाओं समेत सात लोगों की मौत हो गई। जयपुर में भी दीवार गिरने से एक महिला की जान चली गई। वहीं, मध्य प्रदेश के 38 जिलों में आज तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। त्रिपुरा में स्थिति में थोड़ी राहत देखी गई है, जहां नदियां खतरे के निशान से नीचे आ गई हैं। हालांकि राज्य के प्रभावित जिलों में अब भी 66 राहत शिविरों में लगभग 10,800 लोग रह रहे हैं। पश्चिम त्रिपुरा जिले में सबसे ज्यादा 50 राहत शिविर सक्रिय हैं। अब तक राज्य में 219 घर बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं और पांच जिलों में आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अरुणाचल प्रदेश में वायुसेना ने सोमवार को बोमजीर नदी में फंसे 14 लोगों को रेस्क्यू किया। असम और अरुणाचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एमआई-17 हेलिकॉप्टर से लगातार राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। मणिपुर में हालात चिंताजनक बने हुए हैं, जहां बाढ़ से 56 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में 10,477 घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इंफाल ईस्ट में सोमवार को एक व्यक्ति नदी में बह गया, जिसकी तलाश अब भी जारी है। अब तक 2,913 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। मेघालय में लगातार भारी बारिश की वजह से कई स्थानों पर लैंडस्लाइड, कीचड़ और चट्टान गिरने की घटनाएं हो रही हैं। राजधानी आइजोल में लगातार चौथे दिन स्कूल बंद रहे। मंगलवार सुबह यहां फिर से तेज बारिश हुई जिससे हालात और बिगड़ गए हैं।