अररिया में बुधवार की सुबह स्कूल जाने के दौरान हुए शिक्षिका शिवानी वर्मा हत्याकांड ने पूरे बिहार को दहला दिया था। कन्हैली मध्य विद्यालय की शिक्षिका शिवानी को स्कूटी से स्कूल जाते समय कन्हैली शिव मंदिर के पास गोली मार दी गई थी। शुक्रवार को पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा करते हुए शूटर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है।
गलत पहचान में हुई हत्या
पुलिस जांच में सामने आया है कि शिवानी वर्मा टारगेट ही नहीं थीं, बल्कि हत्या की साजिश किसी दूसरी शिक्षिका को मारने के लिए रची गई थी। शूटरों ने गलती से शिवानी को वही शिक्षिका समझ लिया और उन पर हमला कर दिया। पुलिस ने जानकारी दी कि हत्यारों को जिस महिला को मारने की सुपारी दी गई थी, वह भी स्कूटी से उसी रास्ते से गुजरती थी, इसलिए भ्रम की स्थिति बनी। शिवानी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की रहने वाली थीं और अररिया में बतौर शिक्षिका कार्यरत थीं। वह रोज की तरह बुधवार सुबह स्कूटी से स्कूल जा रही थीं, तभी बाइक सवार अपराधियों ने उन्हें गोली मारकर भाग निकले।
तीन लाख रुपये में दी गई सुपारी
हत्याकांड की साजिश फारबिसगंज की महिला हुश्न उर्फ हुश्न आरा ने रची थी। उसने राजा और छोटू नामक युवकों के जरिए हत्या की योजना तैयार की और मो. मारूफ एवं मो. सोहैल को तीन लाख रुपये में सुपारी दी।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में
पुलिस ने इस पूरे षड्यंत्र पर से पर्दा उठाते हुए हत्या में प्रयुक्त कट्टा और बाइक बरामद कर लिया है।
पति पर अवैध संबंध का शक बना हत्या की वजह
पूछताछ में मो. मारूफ ने बताया कि हुश्न आरा को शक था कि उसके पति के नरपतगंज इलाके की एक शिक्षिका से अवैध संबंध हैं। ईर्ष्या और शक के चलते हुश्न ने उस महिला शिक्षिका को मारने की योजना बनाई। इसी के तहत राजा और छोटू ने आगे की प्लानिंग कर शूटरों को सुपारी दी। हत्या से पहले मारूफ और सोहैल ने पूरी रेकी की, महिला के स्कूल आने-जाने के मार्ग, स्कूटी और समय का निर्धारण कर लिया गया था। चूंकि दोनों शिक्षिकाएं एक ही रूट और एक ही वाहन प्रकार का उपयोग करती थीं, इसलिए बुधवार को शूटरों ने गलत पहचान कर शिवानी को टारगेट समझ गोली मार दी।
एसआईटी ने की त्वरित कार्रवाई
घटना के बाद जिला पुलिस ने तत्काल एसआईटी का गठन किया। लगातार तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर नेटवर्क के आधार पर पुलिस ने 72 घंटे के भीतर इस जटिल साजिश का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपियों के पकड़े जाने से हत्याकांड की असल मंशा स्पष्ट हो चुकी है, लेकिन राजा और छोटू की गिरफ्तारी के बाद और भी अहम खुलासे संभव हैं।