मुंबई, 3 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) आधुनिक डेटिंग की दुनिया में एक नया शब्द खूब चर्चा में है - 'प्रिंसेस ट्रीटमेंट'। यह सिर्फ महंगे उपहारों या भव्य डिनर के बारे में नहीं है, बल्कि एक ऐसा व्यवहार है जिसमें एक पार्टनर दूसरे को बेहद खास महसूस कराता है, जैसे कि वह किसी राजकुमारी या राजकुमार जैसा हो। जेन-जेड (Gen-Z) के बीच यह चलन तेज़ी से बढ़ रहा है, जहाँ लोग अपने पार्टनर से भावनात्मक और सम्मानजनक व्यवहार की अपेक्षा करते हैं।
'प्रिंसेस ट्रीटमेंट' का मतलब क्या है?
यह एक ऐसा चलन है जहाँ एक व्यक्ति अपने पार्टनर की छोटी-छोटी जरूरतों और इच्छाओं का ध्यान रखता है। इसमें ये बातें शामिल हो सकती हैं:
- पार्टनर के बिना कहे उसकी पसंद-नापसंद का ख्याल रखना।
- उसे खुश करने के लिए छोटे-छोटे सरप्राइज़ या प्यार भरे संदेश भेजना।
- जब उसका मूड खराब हो तो उसे संबल देना।
- उसकी खुशी और सुविधा को हमेशा प्राथमिकता देना।
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि यह चलन इसलिए लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि यह रिश्तों में "संचार की कमी" को पूरा करता है। आज के समय में, जब लोग भावनात्मक रूप से थके हुए महसूस करते हैं, तो ये छोटे-छोटे इशारे उन्हें बहुत मायने रखते हैं। यह दर्शाता है कि उनका पार्टनर न केवल उनका सम्मान करता है, बल्कि उन्हें भावनात्मक रूप से भी सहारा देता है।
क्या यह हमेशा सकारात्मक है?
हालांकि, 'प्रिंसेस ट्रीटमेंट' की कुछ नकारात्मक बातें भी हैं। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि जब यह व्यवहार एक अपेक्षा बन जाता है, तो यह रिश्ते पर दबाव डाल सकता है।
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसे रिश्ते में एक व्यक्ति बाहरी अनुमोदन पर बहुत अधिक निर्भर हो सकता है, जिससे आत्म-संदेह और असुरक्षा पैदा हो सकती है। यह तब और भी खतरनाक हो जाता है जब यह व्यवहार शर्तों के साथ आता है और नियंत्रण का एक साधन बन जाता है। यदि एक पार्टनर यह उम्मीद करता है कि उसे भी उसी तरह से 'ट्रीट' किया जाए, तो रिश्ता लेन-देन जैसा हो जाता है, जहाँ प्यार और सम्मान की भावना कम हो जाती है।
बदलते जेंडर रोल्स
यह चलन केवल महिलाओं तक सीमित नहीं है। डेटिंग ऐप्स के डेटा से पता चलता है कि पुरुष भी अब 'प्रिंसेस ट्रीटमेंट' की मांग कर रहे हैं। वे भी अपने पार्टनर से देखभाल और भावनात्मक समर्थन चाहते हैं। यह दर्शाता है कि बदलते समय के साथ, रिश्ते में लैंगिक भूमिकाएं भी बदल रही हैं। लोग अब पारंपरिक सोच से बाहर निकलकर ऐसे रिश्ते चाहते हैं जहाँ दोनों पार्टनर एक-दूसरे को समान रूप से प्यार और सम्मान दें।
कुल मिलाकर, 'प्रिंसेस ट्रीटमेंट' एक जटिल विषय है। जब यह प्यार और सम्मान की सच्ची भावना से आता है, तो यह रिश्तों को मजबूत कर सकता है। लेकिन अगर यह सिर्फ एक अपेक्षा या सामाजिक दबाव बन जाए, तो यह रिश्ते में दरार भी पैदा कर सकता है।