भारतीय महिला क्रिकेट टीम को उनके पहले वनडे विश्व कप का खिताब जिताने वाले मुख्य कोच अमोल मजूमदार की घर वापसी ने मुंबई के उपनगरीय इलाके विले पार्ले में एक अभूतपूर्व उत्सव का माहौल बना दिया। यह स्वागत किसी खिलाड़ी या नेता का नहीं, बल्कि उस रणनीतिकार का था जिसने भारतीय क्रिकेट के इतिहास को बदल दिया। मजूमदार के अपनी बिल्डिंग में प्रवेश करते ही, उनके पड़ोसियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें किसी 'राजा' जैसा सम्मान दिया जो 'युद्ध' जीतकर अपने राज्य लौटा हो। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में, स्थानीय महिलाएं कतार में खड़ी होकर, सम्मान में बल्ला उठाकर सलामी दे रही थीं, जबकि चारों ओर गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा हो रही थी।
यह विश्व कप नहीं, अपनी गली के हीरो की सफलता है
यह भव्य स्वागत केवल विश्व कप जीतने के जश्न तक सीमित नहीं था; यह विले पार्ले के लोगों के लिए अपने बीच के एक शख्स की सफलता का निजी उत्सव था। अमोल मजूमदार, जिन्होंने अपने पूरे करियर में मुंबई क्रिकेट को समृद्ध किया, ने भले ही एक खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व न किया हो, लेकिन अब वह विश्व कप जिताने वाले गैरी कर्स्टन और राहुल द्रविड़ जैसे मुख्य कोचों की विशिष्ट सूची में शामिल हो गए हैं।
स्थानीय निवासियों के लिए, मजूमदार की जीत का मतलब था कि उनकी गली के एक साधारण व्यक्ति ने इतिहास के सबसे बड़े पन्नों पर अपना नाम दर्ज कराया है, और सबसे बढ़कर—महिला क्रिकेट को उसका पहला वैश्विक गौरव दिलाया है।
'सिर्फ क्रिकेट राष्ट्र नहीं, खेल प्रेमी राष्ट्र बनें'
इस ग्रैंड वेलकम के दौरान भी, अमोल मजूमदार अपने शांत और जमीन से जुड़े स्वभाव में ही नजर आए। उन्होंने भीड़ की भावनाओं का सम्मान किया, लेकिन अपनी बात से राष्ट्र को एक बड़ा संदेश भी दिया।
अपने पड़ोसियों और समर्थकों को संबोधित करते हुए, मजूमदार ने खेल के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "यह जीत खिलाड़ियों की एकजुटता और देश की उम्मीदों का परिणाम है। लेकिन हमें सिर्फ क्रिकेट तक नहीं रुकना है। खेल ही आगे बढ़ने का रास्ता है। आइए हम सिर्फ एक क्रिकेट राष्ट्र न बनें, बल्कि एक खेल-प्रेमी राष्ट्र बनें।" उनका यह आह्वान खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और हर खेल में उत्कृष्टता हासिल करने की आवश्यकता पर जोर देता है।
2 नवंबर की ऐतिहासिक जीत
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2 नवंबर, 2025 को दक्षिण अफ्रीका को फाइनल मैच में 52 रन से हराकर आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 का खिताब जीता था। यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नया युग लेकर आई है और मजूमदार ने इस सफलता के पीछे खिलाड़ियों की एकजुटता और टीम वर्क को सबसे बड़ा कारण बताया था। उनकी सूक्ष्म रणनीतियों और हर खिलाड़ी पर व्यक्तिगत ध्यान देने की कला ने टीम को दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने में मदद की।
मजूमदार की कहानी एक प्रेरणा है कि सफलता के लिए बड़ा 'नाम' या पूर्व में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व मायने नहीं रखता, बल्कि गहराई से किया गया काम, समर्पण और शांत नेतृत्व ही मायने रखता है। विले पार्ले का यह भव्य स्वागत यह साबित करता है कि जनता के लिए, अमोल मजूमदार अब सिर्फ एक कोच नहीं हैं—वह प्रेरणा और अदम्य भावना के प्रतीक हैं।