विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई की टीम जबरदस्त फॉर्म में नजर आ रही है और इस शानदार प्रदर्शन के पीछे सबसे बड़ा नाम कप्तान शार्दुल ठाकुर का है। छत्तीसगढ़ के खिलाफ खेले गए मुकाबले में शार्दुल ठाकुर ने गेंद से ऐसा कहर बरपाया कि विरोधी टीम पूरी तरह बिखर गई। अपनी आग उगलती गेंदों के दम पर “लॉर्ड शार्दुल” ने अकेले ही मैच का रुख पलट दिया और मुंबई को 9 विकेट से एकतरफा जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
शार्दुल ठाकुर की घातक गेंदबाजी
छत्तीसगढ़ के खिलाफ इस मुकाबले में शार्दुल ठाकुर ने अपनी कप्तानी और गेंदबाजी दोनों से प्रभावित किया। उन्होंने अपने 5 ओवर के स्पेल में महज 13 रन खर्च करते हुए चार बड़े विकेट झटके। खास बात यह रही कि इस दौरान उन्होंने एक मेडन ओवर भी फेंका, जिससे छत्तीसगढ़ के बल्लेबाजों पर दबाव और बढ़ गया। शुरुआती ओवरों में ही शार्दुल ने मैच पर मुंबई की पकड़ मजबूत कर दी।
मुंबई को पहले गेंदबाजी करते हुए शानदार शुरुआत दिलाते हुए शार्दुल ने छत्तीसगढ़ के सलामी बल्लेबाज अनुज तिवारी को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। इसके बाद दूसरे ओपनर आशुतोष सिंह को भी वह ज्यादा देर टिकने नहीं दे सके और महज 6 रन के स्कोर पर आउट कर दिया। शार्दुल का अगला शिकार बने नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए मयंक अग्रवाल, जिन्हें उन्होंने क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद संजीत देसाई भी शार्दुल की घातक गेंदबाजी का शिकार बने और पवेलियन लौट गए।
विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार फॉर्म
शार्दुल ठाकुर का यह प्रदर्शन किसी एक मैच तक सीमित नहीं है। विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में वह लगातार शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। अब तक खेले गए 3 मुकाबलों में शार्दुल 8 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में वह फिलहाल दूसरे नंबर पर काबिज हैं। उनकी यह फॉर्म मुंबई के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही है और टीम को लगातार जीत दिलाने में अहम योगदान दे रही है।
शम्स मुलानी ने भी मचाया कहर
हालांकि इस मुकाबले में शार्दुल ठाकुर सबसे ज्यादा चर्चा में रहे, लेकिन उन्हें बेहतरीन साथ मिला शम्स मुलानी का। मुलानी ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए 31 रन देकर 5 विकेट चटकाए। शार्दुल और मुलानी की इस घातक जोड़ी के सामने छत्तीसगढ़ की बल्लेबाजी पूरी तरह से बेबस नजर आई। नतीजा यह रहा कि पूरी छत्तीसगढ़ टीम 38.1 ओवर में महज 142 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।
मुंबई की जीत की हैट्रिक
142 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम ने किसी भी तरह का दबाव महसूस नहीं किया। टीम के युवा बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी ने एक बार फिर शानदार बल्लेबाजी करते हुए 66 गेंदों पर 68 रनों की दमदार पारी खेली। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 6 चौके और 2 छक्के लगाए और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
अंगकृष के अलावा अनुभवी बल्लेबाज सिद्धेश लाड ने भी बेहतरीन योगदान दिया। लाड ने 42 गेंदों में नाबाद 48 रन बनाए और अंत तक क्रीज पर डटे रहे। इन दोनों बल्लेबाजों की शानदार पारियों के दम पर मुंबई ने सिर्फ 24 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और मुकाबला 9 विकेट से अपने नाम कर लिया।
मुंबई का आत्मविश्वास चरम पर
इस जीत के साथ मुंबई ने विजय हजारे ट्रॉफी में जीत की हैट्रिक लगा दी है। शार्दुल ठाकुर की कप्तानी, उनकी घातक गेंदबाजी और बल्लेबाजों का लगातार अच्छा प्रदर्शन मुंबई को टूर्नामेंट में एक मजबूत दावेदार बना रहा है। अगर यही फॉर्म आगे भी जारी रहती है, तो मुंबई को खिताब जीतने से कोई रोकना मुश्किल होगा।