मुंबई, 24 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रोडक्ट्स और सेवाओं की विस्फोटक मांग को पूरा करने के लिए, गूगल अपनी कंप्यूटिंग प्राथमिकताओं (compute priorities) में बड़े पैमाने पर बदलाव कर रहा है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने अगले चार से पांच वर्षों में अपनी सर्विसिंग क्षमता में 1000 गुना वृद्धि हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
कंपनी की योजना हर छह महीने में अपनी कंप्यूट क्षमता को दोगुना करके इस लक्ष्य तक पहुंचने की है।
क्षमता की कमी मुख्य बाधा
अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने कर्मचारियों के साथ एक आंतरिक बैठक में स्वीकार किया कि वर्तमान में AI रेस में क्षमता की आपूर्ति (capacity supply) ही मुख्य बाधा है।
पिचाई ने उदाहरण दिया कि गूगल के वीडियो जनरेशन टूल Veo के लॉन्च के समय वह जितना उत्साहित करने वाला था, उसे Gemini ऐप के माध्यम से अधिक यूजर्स तक नहीं पहुंचाया जा सका क्योंकि कंपनी कंप्यूट की कमी से जूझ रही थी।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि "कम निवेश करने का जोखिम बहुत अधिक है," और इसलिए कंपनी आक्रामक रूप से निवेश कर रही है, भले ही यह AI रेस का सबसे महंगा हिस्सा हो।
गूगल क्लाउड के वाइस प्रेसिडेंट, अमीन वहदत के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी को अब "लगभग समान लागत पर और तेजी से, समान ऊर्जा स्तर पर 1,000 गुना अधिक क्षमता, कंप्यूट, स्टोरेज नेटवर्किंग प्रदान करने में सक्षम होना चाहिए।"
निवेश और तकनीकी दक्षता पर जोर
इस विशाल लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गूगल कई मोर्चों पर काम कर रहा है:
- पूंजीगत खर्च में वृद्धि: गूगल (अल्फाबेट) ने इस साल के लिए अपने पूंजीगत व्यय (capital expenditure) के अनुमान को दूसरी बार बढ़ाया है और 2026 में भी इसमें "महत्वपूर्ण वृद्धि" की उम्मीद है।
- कस्टम सिलिकॉन: कंपनी केवल खर्च बढ़ाने के बजाय दक्षता पर भी ध्यान दे रही है। गूगल ने हाल ही में अपनी सातवीं पीढ़ी की Tensor Processing Unit (TPU), जिसे 'Ironwood' कहा जाता है, लॉन्च की है। कंपनी का दावा है कि यह 2018 के पहले क्लाउड टीपीयू की तुलना में लगभग 30 गुना अधिक पावर-कुशल है।
- नए AI मॉडल, Gemini 3, को भी जटिल सवालों के बेहतर जवाब देने के लिए अधिक कुशलता से डिज़ाइन किया गया है, जिससे कम कंप्यूट संसाधनों का उपयोग हो सके।
यह बड़ा निवेश ऐसे समय में किया जा रहा है जब वॉल स्ट्रीट पर यह बहस चल रही है कि क्या AI में आया उछाल एक "बाजार बबल" तो नहीं है। हालांकि, गूगल आक्रामक रूप से निवेश करके AI के भविष्य पर अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।